बैंक मैनेजर और मल्टीनेशनल कंपनी की नौकरी छोड़ खेती-बारी में जुटे हैं युवा दंपती.
18 एकड़ जमीन लीज पर लेकर तरबूज से लेकर विभिन्न सब्जियों की खेती में जुटे हैं.
युवा दंपती अपनी मेहनत की बदौलत बंजर जमीन पर हरियाली लायी है.
अच्छी नौकरी छोड़ गिद्दी के युवा दंपती विनोद कुमार और राधिका खेती-बारी में जुटे.
नौकरी अगर अच्छी हो, तो खेती-किसानी के बारे में भला कौन सोच सकता है. कोरोना काल में उत्पन्न परिस्थितियों के कारण विनोद कुमार पुणे के एचडीएफसी बैंक मैनेजर और उनकी पत्नी राधिका मल्टीनेशनल कंपनी की नौकरी छोड़कर हजारीबाग जिला अंतर्गत गिद्दी के रबोध गांव के बंजर भूमि में लगभग डेढ़ वर्ष से खेती कर रहे हैं. खेती से दोनों खुश हैं और इससे उनकी अच्छी आमदनी हो रही है. उनके द्वारा उत्पादित कई टन तरबूज इस वर्ष बांग्लादेश भी भेजा गया है. इसमें बेहतरी के उद्देश्य से वे कई तरह की सोच बना रहे है. खेती में उनकी बढ़ते कदम से पढ़े-लिखे नौजवानों को नयी दिशा मिल रही है.
18 एकड़ बंजर जमीन लीज पर लिया
हजारीबाग जिले के चुरचू प्रखंड के हरहद गांव निवासी विनोद कुमार एवं राधिका पुणे से गांव पहुंचे, तो उन्हें खेती-बारी के बारे में कोई जानकारी नहीं थी. उनदोनों ने खेती करने की योजना बनायी. सबसे पहले खेती के बारे में उनदोनों ने कई जगहों पर जाकर जानकारियां हासिल की. हरहद गांव में जमीन नहीं थी. तब उनदोनों ने रबोध गांव के दरहवा एवं कुसुमडीह में 18 एकड़ बंजर जमीन 10 वर्षों के लिए लीज पर लिया. टपक विधि से वर्ष 2021 में 150 टन तथा वर्ष 2022 में 210 टन तरबूज उत्पादन किया.
तरबूज के अलावा सब्जियों से भी हो रही अच्छी आमदनी
विनोद कुमार डाड़ी संयुक्त ग्रामीण प्रोडयूसर कंपनी लिमिटेड के सीइओ हैं. किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) के माध्यम से विनोद कुमार ने पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड एवं बांग्लादेश में तरबूज की बिक्री की. फिलहाल उनके खेत में खीरा, करेला, नेनुआ लगा हुआ है. धनबाद, बोकारो, आसनसोल में इसकी बिक्री भी कर रहे हैं. विनोद कुमार ने बताया कि खीरा 150 क्विंटल, करेला 100 क्विंटल एवं नेनुआ 100 क्विंटल उत्पादन होने के आसार है. इससे उन्हें अच्छी आमदनी होगी.
विनोद कुमार ने कहा कि प्रखंड के प्रत्येक पंचायत में पांच-पांच एकड़ जमीन में टपक विधि खेती करने के लिए किसानों को प्रेरित किया जा रहा है. क्षेत्र में दुग्ध कृषि को गति देने के लिए 25 किसानों को चयनीत किया गया है. उन्हें अगस्त माह में करनाल, हरियाणा भेजा जायेगा. उनका कहना है कि खेती हमने कई योजनाएं बना रखी है. विनोद कुमार एवं राधिका ने स्नातक और एमबीए तक की पढ़ाई की है. राधिका से विनोद कुमार को भरपूर सहयोग मिल रहा है. इसलिए दोनों अपने जिद एवं जज्बा से लबरेज है.इस खबर की पुष्टि प्रभात खबर की डिजिटल मीडिया न्यूज़ पोर्टल से की गई है.