कोलंबो :
श्रीलंका में 20 लाख से अधिक किसान (Farmers) हैं और इसकी 2.2 करोड़ की आबादी में से 70 प्रतिशत लोग प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से कृषि पर निर्भर हैं. श्रीलंका प्रति वर्ष 40 करोड़ अमेरिकी डॉलर की कीमत के उर्वरकों का आयात करता है. देश भर के किसानों ने उर्वरकों की कमी का हवाला देते हुए कहा है कि उन्हें अपने खेत छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने श्रीलंका (Sri Lanka) के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे (President Gotabaya Rajpaksje) को उर्वरकों (Fertilizers) की आपूर्ति का आश्वासन दिया है ताकि कर्ज में डूबे हुए इस देश को फसलों के नुकसान की वजह से होने खाद्य पदार्थों की गंभीर कमी को दूर करने में मदद मिल सके. राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के कार्यालय ने बृहस्पतिवार को एक बयान जारी कर यह जानकारी दी. राष्ट्रपति राजपक्षे ने अगले फसल कटाई के मौसम की आवश्यकताओं पर सिंचाई अधिकारियों के एक समूह के साथ बैठक के दौरान कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें अगले सीजन की फसल के लिए उर्वरकों की आपूर्ति का आश्वासन दिया है
उन्होंने कहा कि उर्वरकों की आपूर्ति भारतीय ऋण सहायता (लाइन ऑफ क्रेडिट) के तहत की जाएगी और खेप के कोलंबो पहुंचने के 20 दिन के भीतर वितरित की जाएगी.श्रीलंका अपने यहां खेती के महा सत्र के दौरान धान की खेती में गिरावट के बाद कृषि बाजार में किसी भी व्यवधान से बचने के लिए अपने कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने का लक्ष्य बना रहा है. यह श्रीलंका में धान की खेती का मौसम है, जो मई से अगस्त तक चलता है.गौरतलब है कि श्रीलंका सरकार ने पिछले साल जैविक कृषि की ओर चरणबद्ध परिवर्तन के तहत रासायनिक उर्वरकों पर प्रतिबंध लगा दिया था.