
सरसों बनेगी देश के 11 जिलों में खेती-किसानी और कारोबार की पहचान,असम के चार, हरियाणा, यूपी, मध्य प्रदेश के एक-एक, राजस्थान और पश्चिम बंगाल के 2-2 जिलों में सरसों की खेती को बढ़ावा देगी सरकार.खाद्य तेलों के मामले में देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय तिलहन मिशन शुरू किया है. इसके तहत सरसों, सोयाबीन, सूरजमुखी और मूंगफली की खेती को बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है.
यही नहीं मिनिस्ट्री ऑफ फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री ने सरसों और उससे संबंधित उत्पादों को देश के 11 जिलों का वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट घोषित कर दिया है. इनमें असम के चार, हरियाणा, यूपी, मध्य प्रदेश के एक-एक, राजस्थान और पश्चिम बंगाल के 2-2 जिले शामिल हैं.इन जिलों में खेती-किसानी की खास पहचान बनेगा.
इनके किसान सरसों की खेती पर विशेष जोर देंगे. इसके प्रोडक्शन से लेकर कंज्प्शन तक की वैल्यू चेन डेवलप की जाएगी. दरअसल, भारत में एक तरफ गेहूं और चावल से गोदाम भरे हुए हैं तो दूसरी ओर तिलहन के मामले में हम दूसरे देशों पर निर्भर हैं. भारत खाद्य तेलों की अपनी जरूरतों का करीब 70 फीसदी इंपोर्ट करता है. जिसमें पाम ऑयल सबसे अधिक होता है.
तिलहनी फसल सरसों
तिलहन फसलों में palm.oil का सबसे बड़ा उत्पादक इंडोनेशिया है और मलेरिया भी इस पर चलाना करीब 70000 करोड रुपए खर्च किए जाते हैं. जिसमें देश की अर्थव्यवस्था के लिए ठीक नहीं है .इसलिए सरकार किसी भी तरह से सरसों की खेती को बढ़ावा देना चाहती है. खाद तेल में सरसों का योगदान करीब 28 फ़ीसदी रहा है .सोयाबीन के बाद दूसरी सबसे महत्वपूर्ण तिलहनी फसल है इसकी खेती की तरफ से किसानों का भी रुझान बढ़ा है .क्योंकि इस साल इसका दाम एमएसपी से ऊंचा मिला .
सरसों से संबंधित -जिलेदारांग असम,धेमाजी असम,डिब्रूगढ़ -असम माजुल -असम,रेवाड़ी हरियाणा,मुरैना मध्य प्रदेश,भरतपुर -राजस्थान,टोंक -राजस्थान,इटावा -उत्तर प्रदेश ,नादिया-पश्चिम बंगाल,
उत्तर 24 परगना -पश्चिम बंगाल
सरसों के बड़े उत्पादक
कुल सरसों उत्पादन का 40.82 फीसदी राजस्थान पैदा करता है.सरसों उत्पादन में हरियाणा 13.33 फीसदी योगदान देता है.मध्य प्रदेश देश का 11.76 फीसदी उत्पादन करता है.यूपी देश का 11.40 परसेंट सरसों पैदा करता है.पश्चिम बंगाल देश का 8.64 फीसदी सरसों पैदा करता है.
नीति आयोग की द्वारा सीनियर एडवाइजर कृषि से डॉक्टर नीलम पटेल के मुताबिक किसी का खाद उत्पादन को किसी खास इलाके को करने से कितना और उससे जुड़े लोगों की आय में वृद्धि होगी स्पॉट को बढ़ावा मिलेगा इसके साथ उस प्रोडक्ट की मांग में इजाफा होगा जो किसानों से पूरा होगा किसके साथ किसान हंसी के लिए कृषि मंत्रालय को सहयोग देंगे दूध की प्रोसेसिंग पैकेजिंग और अन्य कार्यों के लिए मिनिस्ट्री आफ फूड प्रोसेसिंग की प्रधानमंत्री संपदा योजना के जरिए किसानों को मदद मिलेगी .