
छत्तीसगढ़ के भूपेश बघेल सरकार की चर्चित गौठान योजना के तहत गाय के गोबर से जुड़े लोगों के लिए एक अच्छी खबर है आपको बता दें कि, अब गोबर का इस्तेमाल छत्तीसगढ़ में बिजली बनाने के लिए होगा बिजली बनाने के प्रोजेक्ट में गोबर का तेजी से इस्तेमाल हो रहा है लोगों के द्वारा इसे एक नए नजरिए से भी देखा जा रहा है.
छत्तीसगढ़ सरकार ने इस पर काम शुरू कर दिया है इसके लिए अब तक 5 युवा उद्यमियों से एमओयू किया गया है गोबर से बिजली बनाने के लिए सामने आय उद्यमियों की तरफ से गौठान न्याय योजना में प्रोजेक्ट के लिए 10- 10 करोड़ रुपए का निवेश प्रस्तावित किया गया है. बिजली उत्पादन के लिए गठान में खरीदे जाने वाले गोबर का उपयोग उद्यमियों की प्राथमिकता से किया जाएगा.
सरकार डेहरी फार्म के गोबर और शहर में एकत्र होने वाले वेस्टेज का भी उपयोग बिजली उत्पादन के लिए करेगी. सरकार गौठान न्याय योजना के मिशन के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए साथ ही गौठान न्याय योजना के जरिए आय पैदा करने वाली गतिविधियों में तेजी लाने के लिए काम लगभग शुरू कर दी है. घोटालों से उत्पादित वर्मी कंपोस्ट सहित बाकी के उत्पादों में मार्केटिंग और विक्रय की बेहतर व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं. ताकि किसान गौठान से सीधे वर्मी कंपोस्ट और सुपर कंपोस्ट खाद का उठाव कर सके.